राजस्थान : कांग्रेस की ओर से आज बीकानेर (Bikaner) के श्रीडूंगरगढ़ के धनेरु और चित्तौड़गढ़ (Chittorgarh) के मातृकुंडिया में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया। जिसको मुख्यमंत्री गहलोत सहित कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अजय माकन, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और सचिन पायलट ने संबोधित किया। इस दौरान सभी ने केन्द्र सरकार के तीनों कृषि बिलों को किसान विरोधी बताया और कहा कि किसानों के आंदोलन को ताकत देने के लिए कांग्रेस उनके समर्थन में जगह-जगह ये किसान महापंचायत कर रही है। इधर इस कार्यक्रम के दौरान गहलोत और पायलट ने एक साथ आकर कार्यकर्ता और आमजन को संदेश देने की भी कोशिश की पार्टी में कोई मनमुटाव नहीं है।
हम गांधी जी के आदर्शों पर चल रहे- गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने किसान आंदोलन को संबोधित करते हुए कहा कि ‘कांग्रेस हर वर्ग को साथ लेकर चलने वाली पार्टी है। देश के विकास की जो गांधी जी कल्पना की थी कांग्रेस सत्तर साल से उसी दिशा में काम कर रही थी। उसी का परिणाम है कि आज देश अखण्ड है। मांग, प्रदर्शन, धरना लोकतंत्र का अधिकार है।’ केंद्र सरकार को घेरते हुए उन्होंने कहा कि ‘90 दिन से किसान सड़कों पर हैं लेकिन उनकी कोई सुन नहीं रह है। मीडिया को खुलकर बोलने नहीं दिया जाता है। प्रदर्शन मेरे कार्यकाल भी हुए लेकिन हमने बिना लाठी चार्ज किये सबको राजी किया। हमने किसानों की भलाई के लिए पांच एकड़ तक की जमीन को कुड़क नहीं करने का बिल बनाया। प्रधानमंत्री इस विषय को लेकर किसी से मिलना नही चाहते। उन्हें किसान और देश के हित में जिद छोड़नी होगी।’
केंद्र कर रही है हठधर्मिता- पायलट
लोगों को संबोधित करते हुए सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने कहा कि ‘पूरे देश में किसान आंदोलन कर रहे हैं। किसानों को ताकत देने के लिए कांग्रेस उनके समर्थन में जगह-जगह कार्यक्रम कर रही है। देश में तमाम गैर भाजपा सरकारों ने इस कानून का विरोध किया लेकिन केंद्र सरकार टस से मस नहीं हो रही। प्रदेश सरकार ने बजट में किसानों का विशेष ख्याल रखा। कोरोना काल में हमारी सरकार ने सब की मदद की।’ इसके साथ उन्होंने उपचुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार को जिताने की अपील की।
PM ले रहे कुछ लोगों का पक्ष- डोटासरा
पीसीसी अध्यक्ष डोटासरा (Govind Singh Dotasara) ने कहा की आज किसान तकलीफ में है। प्रधानमंत्री (Prime Minister) के नज़दीकी कुछेक लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए ये 3 कृषि कानून लाए गए हैं। जबकि प्रदेश की गहलोत सरकार ने किसानों कर्ज माफ किया। बिजली की समस्या के लिए अलग से कंपनी बनाने से राजस्थान के किसानों को फायदा होगा। प्रशासन गांवों और शहरों के लिए भी कार्यक्रम शुरू किया जाएगा।
बिना पूछे-बताए लाए कानून- माकन
किसान आंदोलन को धार देने के लिए राजस्थान पहुंचे कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी अजय माकन (Ajay Makan) ने कहा कि ‘केन्द्र सरकार ने बिना किसी की सलाह के ये कानून लाया है। इसमें किसानों के किसी संगठन से सलाह नहीं की गई। इस बिल से मुनाफाखोरी बढ़ेगी और किसान को दर दर की ठोकर खाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा जो कांग्रेस कभी नहीं होने देगी। प्रदेश सरकार के द्वारा कोरोना काल में किये कार्य पूरे विश्व मे एक मॉडल बनकर उभरे हैं।’