उत्तराखण्ड के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने आज हरिद्वार स्थित श्री प्रेम नगर आश्रम में पहुंचकर पर्यटन मंत्री ने विधि विधान के साथ देव-डोलियों के पूजन अर्चन किये. दरअसल महाकुंभ के अवसर पर ये परंपरा रही है कि प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आने वाली देव डोलियां भी कुंभ में स्नान करें. इनके लिए भी कुंभ स्नान का मुहूर्त और वक्त तय किया जाता है.
इससे पहले पर्यटन मंत्री ने ऐलान किया था कि कोविड काल में भी पूरे प्रोटोकॉल निभाते हुए ये परंपरा जीवित रखने की कोशिश की जाएगी. इसी कड़ी में प्रदेश के तमाम हिस्सों से देव डोलियां प्रेम नगर आश्रम पहुंचीं. 25 अप्रैल को हरिद्वार में ये देव डोलियां कुंभ स्नान करेंगी. पर्यटन एवं संस्कृति सतपाल महाराज ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने देहरादून में शनिवार और रविवार और शेष राज्य में रविवार को साप्ताहिक कोविड कर्फ्यू घोषित किया है, देव डोलियों को कोविड के नियमों का पालन करते हुए अनुमति दी जाएगी. देव डोलियों के संबंध में उनकी मुख्यमंत्री से पहले ही वार्ता हो चुकी है. मुख्य सचिव ने 24 और 25 अप्रैल को देव डोलियों के सत्कार, सम्मान और कुंभ स्नान कार्यक्रम को अनुमति देने की बात कही थी. सतपाल महाराज ने बताया कि इस कार्य के लिए साधु-संतों सहित सभी पुलिसकर्मियों और ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों को जरूरी हिदायत दे दी गई है।
देव डोलियों के दर्शन पूजन के अवसर पर सतपाल महाराज ने कहा कि ‘पतित पावनी मां गंगा में स्नान के लिए कुंभ नगरी हरिद्वार में देवडोलियों का आगमन हुआ है। इस अवसर पर देवभूमि की समृद्ध विरासत तथा संस्कृति की मनभावन झलक देखने को मिली. प्रत्येक देव डोली में विभिन्न देवी-देवता एवं इष्ट देव विराजमान हैं. देवभूमि उत्तराखंड की देवसंस्कृति को अग्रसर करने के लिए हम संकल्पबद्ध हैं.’