पीएम मोदी ने ऑनलाइन खिलौना मेले (Toy Fest 2021) का उद्घाटन किया है। ये खिलौना मेला यानि टॉय फेयर 2021, 2 मार्च तक चलेगा। पीएम ने खिलौना उद्योग को आगे ले जाने के लिए और वोकल फॉर लोकल (Vocal for Local) को नया आयाम देकर इसे ग्लोबल (Global) करने के लिए ये कदम उठाया है।
जयपुर के कठपुतली शिल्पियों से संवाद
खिलौना उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए पीएम मोदी ने राजस्थान की राजधानी जयपुर (Jaipur) में कठपुतली (Puppets) बनाने वाले हस्तशिल्पियों (Handcrafts) से सीधा संवाद किया। उन्होंने कठपुतली बनाने वाले खिलौना कारीगरों से बातचीत करते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि “राजस्थान की लोक कला का लोहा पूरी दुनिया मानती है।” लोक कलाओं को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म (Online Platfrom) देकर उन्होंने लोकल को ग्लोबल करने का भी कदम उठा दिया है।
देश को आगे बढ़ाने का कदम
आज देश के पहले टॉय फेयर का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद कारीगरों, कैबिनेट मंत्रियों, पेरेंट्स और स्कूली बच्चों का प्रोग्राम में शामिल होने के लिए आभार जताया। उन्होंने कहा कि “ये कार्यक्रम देश के हस्तशिल्प उद्योग को आगे बढ़ाने की कड़ी में उठाया गया कदम है।” इस प्रोग्राम में 30 राज्यों के 1000 हज़ार एक्ज़िबिटर्स को भी इस दौरान आभार जताया। पीएम ने कहा कि “टॉय फेयर 2021 में आपके पास भारत में ऑनलाइन गेमिंग (Online Gaming) उद्योग और इस उद्योग के ईको सिस्टम के बारे में जानने का अवसर होगा। यहां पर बच्चों के लिए ढेरों गतिविधियां भी रखी गई हैं. भारत के साथ खिलौनों का उतना ही रचनात्मक रिश्ता है जितना पुराना इस भू भाग का इतिहास है।“
श्री कृष्ण की कंदुक क्रीणा का ज़िक्र
उन्होंने गोकुल में श्री कृष्ण (Lord Krishna) द्वारा अपने मित्रों के साथ कंदुक यानि गेंद से खेल के ऐतिहासिक वृत्तांत का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि “आज भी भारतीय खिलौने आधुनिक और फैंसी खिलौनों से ज्यादा सरल और सस्ते होते हैं। भारत के खिलौना उद्योग में विकास की अपार संभावनाएं हैं।“