मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जिन चार विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होने हैं, वहां की जनता की झोली सौगातों से भर दी हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजसमंद, सहाड़ा, वल्लभनगर और सुजानगढ़ विधानसभा इलाकों में 52 विकास कार्यों का लोकार्पण और 126 कार्यों का शिलान्यास किया है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग जरिए इस आयोजित किए गए कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल, जलदाय मंत्री बीडी कल्ला, परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, मंत्री शाले मोहम्मद भी शामिल हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मौके पर बोलते हुए कहा कि ‘तमाम विपरीत परिस्थितियों और चुनौतियों के बावजूद राज्य सरकार ने विकास कार्यों में कमी नहीं आने दी। करीब 2 वर्ष के कार्यकाल में ही हमने जन-घोषणा पत्र की 55 प्रतिशत से अधिक घोषणाओं को धरातल पर उतारा है। हमारा प्रयास है कि प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में बिना किसी राजनीतिक भेदभाव के समग्र विकास हो। इस दिशा में हमने वल्लभनगर, सहाड़ा, राजसमंद और सुजानगढ़ विधानसभा क्षेत्रों के लिए 158 करोड़ रूपए की लागत के 178 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया है।‘
मुख्यमंत्री गहलोत ने आज मुख्यमंत्री निवास पर वीसी के माध्यम से 33 करोड़ 87 लाख रूपए की लागत के 52 विकास कार्यों के लोकार्पण एवं 124 करोड़ रूपए के 126 विकास कार्यों के शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने इन चारों विधानसभा क्षेत्रों के दिवंगत विधायकों मास्टर भंवरलाल मेघवाल, कैलाश त्रिवेदी, श्रीमती किरण माहेश्वरी और गजेन्द्र सिंह शक्तावत को याद करते हुए कहा कि हमारी सरकार इन विधायकों के जनता से किए गए यादों को जरूर पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार विकास से जुड़ी आपकी हर आवश्यकता का पूरा ध्यान रखेगी। सीएम ने चारों जिलों के प्रभारी मंत्रियों को भी निर्देश दिए हैं कि ‘वे नियमित दौरा कर जनता की आकांक्षाओं को पूरा करें।‘ गहलोत ने कहा कि ‘जब-जब हमारी सरकार रही प्रदेश में शिक्षा, चिकित्सा, सड़क सहित आधारभूत ढांचे को मजबूत करने का काम हुआ है। राजीव गांधी सेवा केन्द्रों के माध्यम से घर बैठे लोगों को आसानी से सरकारी सेवाएं सुलभ हो रही हैं। आज राजस्थान बेहतर सड़कों तथा विकास के मामले में देश के किसी भी विकसित राज्य से कम नहीं है। बीते करीब 1 साल से कोरोना के संकट का सामना हम प्रदेश की जनता के सहयोग और मजबूत इच्छाशक्ति के साथ कर रहे हैं।‘
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘हमारी पूर्व सरकार के समय भीलवाड़ा को चंबल का पानी पहुंचाने की पहल हुई और यहां की पानी की समस्या का स्थायी समाधान हुआ। राजसमंद के लिए बाघेरी का नाका बांध बना। इसी प्रकार हमारी पुरजोर मांग है कि प्रदेश के 13 जिलों की पेयजल समस्या को दूर करने के उददेश्य से ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट को केन्द्र सरकार राष्ट्रीय महत्व की परियोजना घोषित करे। इसके लिए प्रदेश के सभी सांसद भी प्रधानमंत्री से आग्रह करें।‘ गहलोत ने कहा कि ‘हमारी सरकार ने प्रदेश में रिफाइनरी जैसी महत्वाकांक्षी परियोजना की आधारशिला रखी। पूर्ववर्ती सरकार के समय चार साल तक इस परियोजना पर काम आगे नहीं बढ़ सका। हमारी सरकार आने के बाद इस परियोजना के काम को हमने गति दी है। हमारा प्रयास है कि निर्धारित समय में रिफाइनरी का काम पूरा हो।‘
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने कहा कि ‘गहलोत के नेतृत्व में सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हुआ है। एक संवेदनशील मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने एक विशेष पहचान बनाई है।‘ उन्होंने कहा कि ‘जिस तरह से तकनीक का विकास हुआ है उसे देखते हुए युवा पीढ़ी को नए विजन के साथ गवर्नेंस से जोड़ना होगा।‘ उन्होंने क्वालिटी एजुकेशन पर भी जोर दिया। नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि ‘प्रदेशभर में स्वायत्त शासन विभाग के माध्यम से आधारभूत ढांचे को मजबूत करने का काम किया जा सके। सुजानगढ़ विधानसभा क्षेत्रों के लिए भी विभिन्न परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। हमारा प्रयास है कि यहां के लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हों।‘ वल्लभनगर, सहाड़ा, राजसमंद जलदाय मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि ‘जिन कार्यों का आज लोकार्पण एवं शिलान्यास हुआ है, उनमें से कई पेयजल परियोजनाएं हैं। विभाग का पूरा प्रयास रहेगा कि जिन योजनाओं का शिलान्यास हुआ है वे समय पर पूरी हों, ताकि लोगों को इनका लाभ जल्द से जल्द मिल सके।‘
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि ‘राज्य सरकार ने कोविड-19 के साथ-साथ टीकाकरण का भी बेहतर प्रबंधन किया है। पूरे देश में इसकी सराहना हो रही है। टीकाकरण के मामले में भी हम देश में अग्रणी पायदान पर हैं।‘