कोरोना काल में जो श्रद्धालु चारधाम यात्रा नहीं कर पाए.उनके लिए एक अच्छी खबर है.हरिद्वार कुम्भ में 25 मार्च को उत्तराखंड के कई जिलों से आई भव्य देव डोलियों के स्वागत और दर्शनों का लाभ मिलेगा.ये देव डोलियां 25 मार्च को कुंभ में स्नान करेंगी.यह पूरा कार्यक्रम श्री देवभूमि लोक संस्कृति विरासतीय शोभा यात्रा समिति और पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहन सिंह रावत गांववासी के प्रयास से हो रहा है..देव डोलियों के स्नान के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है..हम अपने दर्शकों को बता दें कि देव डोलियों के स्नान से पहले हरिद्वार के प्रेम नगर आश्रम में श्री देवभूमि लोक संस्कृति विरासतीय शोभा यात्रा समिति ने 19 मार्च को बद्रीनाथ जी और श्री वीर हनुमान जी की पवित्र धर्मध्वजा की स्थापना की थी…इस धार्मिक आयोजन के मुख्य यजमान प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज और उनकी धर्मपत्नी अमृता रावत थीं.इस कार्यक्रम में संत-महात्माओं और हजारों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया था.इस पूरे कार्यक्रम के संयोजक स्वामी प्रकाशानंद कहते हैं कि इस भव्य आयोजन का मकसद उत्तराखंड की देव संस्कृति को आगे बढ़ाने की कोशिश है.
स्वामी प्रकाशानंद इस पूरे कार्यक्रम का श्रेय आयोजन समिति के अध्यक्ष पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री मोहन सिंह रावत गांववासी को दे रहे हैं.स्वामी प्रकाशानंद ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की भी जमकर तारीफ की है और हरिद्वार कुंभ में केंद्र की ओर से जारी कोरोना गाइडलाइंस के अलावा सभी पाबंदी हटाने के फैसला का स्वागत किया है.
स्वामी जी का कहना है कि सरकार ने कुंभ को भव्य बनाने के लिए कड़े बड़े काम किए हैं.हम कह सकते हैं कि श्री देवभूमि लोक संस्कृति विरासतीय शोभा यात्रा समिति और जुड़े लोगों का यह प्रयास सराहनीय है.इस कार्यक्रम के जरिए जहां भव्य देव डोलियों के स्वागत और दर्शनों का लाभ मिलेगा.वहीं उत्तराखंड की देव संस्कृति को आगे बढ़ाने में भी मदद मिलेगी.

