Monday, January 31, 2022
UTTARAKHAND: हरिद्वार कुंभ में कोरोना टेस्टिंग में बड़ा फर्जीवाड़ा,कागजों पर किए गए 1 लाख से अधिक टेस्ट
ख़बर शेयर करें

हरिद्वार कुंभ के दौरान कोरोना टेस्टिंग के नाम पर बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है.उत्तराखंड सरकार की तरफ से कुंभ मेले के दौरान कराई गई कोविड टेस्टिंग में प्राइवेट लैब्स ने कागजों में कोरोना जांच दिखाकर जमकर लूट मचाई और 1 लाख से अधिक फर्जी रिपोर्ट जारी कर दी.फर्जी नाम और पता दिखाकर नकली टेस्टिंग दिखाई गईं.50 से अधिक लोगों को रजिस्टर्ड करने के लिए एक ही फोन नंबर का इस्तेमाल किया गया और एक ही घर से 500 से अधिक सैंपल लिए गए दिखाए..एक एंटीजन टेस्ट किट से 700 सैंपल्स की टेस्टिंग की गई.जांच करने वाली एजेंसी और लैब्स में रजिस्टर्ड 200 सैंपल कलेक्टर्स कभी हरिद्वार गए ही नहीं.सभी सैंपल कलेक्टर्स छात्र, डेटा एंट्री ऑपरेटर या राजस्थान के निवासी निकले हैं.आपको बता दें कि हरिद्वार में 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक आयोजित कुंभ की अवधि में 9 एजेंसियों और 22 प्राइवेट लैब्स की तरफ से लगभग चार लाख कोरोना टेस्ट किए गए और एक टेस्ट के लिए उन्हे 350 रुपए से अधिक का भुगतान सरकार ने किया.मतलब साफ है घोटोला करोड़ों में हुआ है.मामले की जांच के लिए अब कमेटी का गठन कर दिया गया है और सभी लैब्स और एजेंसियों का भुगतान सरकार ने रोक दिया है.और अब आपको बताते हैं कि इस पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा कैसे हुआ.दरअसल पंजाब के एक शख्स को जो कुंभ में ही नहीं गया था, के फोन पर हरिद्वार के स्वास्थ्य विभाग से कोविड की निगेटिव रिपोर्ट मिली.उसने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद में शिकायत दर्ज कराई.जिसने राज्य के अधिकारियों को फर्जी टेस्टिंग के लिए सतर्क किया.वहीं पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा होने पर अब सरकार जांच के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कह रही है.


FOLLOW US

RECENTPOPULARTAG