उत्तराखंड की नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश का दिल्ली में निधन हो गया है.इंदिरा हृदयेश कांग्रेस पार्टी की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली गईं थी.उत्तराखंड भवन में इंदिरा ने अंतिम सांस ली.इंदिरा हृदयेश का ऩिधन हार्ट अटैक की वजह से हुआ है.इंदिरा का अंतिम संस्कार उत्तराखंड के हल्द्धानी में होगा.आपको बता दें कि 80 वर्ष की इंदिरा हृदयेश कुछ दिनों पहले ही कोरोना से रिकवर हुई थीं. इंदिरा जी करीब 47 सालों से राजनीति में सक्रिय थीं.कांग्रेस की पूर्ववर्ती राज्य सरकार में वो कैबिनेट मंत्री रह चुकी थीं.
उत्तराखण्ड राज्य की वरिष्ठ नेत्री, पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहीं, मेरी बड़ी बहन जैसी आदरणीया श्रीमती इंदिरा हृदयेश जी के निधन का दुखद समाचार मिला।
मैं उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान के श्री चरणों में प्रार्थना करता हूँ। pic.twitter.com/rQ2SOijxRn
— Tirath Singh Rawat (@TIRATHSRAWAT) June 13, 2021
इंदिरा हृदेश के निधन पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने दुख जताया है और कहा कि मेरी बड़ी बहन जैसी इंदिरा हृदयेश जी के निधन का दुखद समाचार मिला मैं उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान के श्री चरणों में प्रार्थना करता हूं.स्वर्गीय इंदिरा हृदयेश जी से मेरा परिचय दशकों पुराना रहा है.उनसे सदा मुझे बड़ी बहन जैसी आत्मीयता मिली.विधानसभा में जनहित के मुद्दे उठाने में वे सदा अग्रणी रहती थीं.मैं इस कठिन समय में उनके परिजनों और समर्थकों के प्रति अपनी सांत्वना व्यक्त करता हूं.
अभी-अभी कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री डॉक्टर @IndiraHridayesh जी के निधन का दुःखद समाचार मिलकर मन अत्यंत दुखी है। इन्दिरा बहिन जी ने अपने लम्बे राजनीतिक जीवन में कई पदों को सुशोभित किया और विधायिका के कार्य में पारंगत हासिल की। बहिन जी का जाना मेरे लिए एक व्यक्तिगत क्षति है।
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) June 13, 2021
वहीं इंदिरा हृदयेश के निधन पर पूर्व मुख्मंत्री और बीजेपी नेता त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी दुख जाहिर करते हुए कहा है कि ‘इंदिरा बहिन जी ने अपने लंबे राजनीतिक जीवन में कई पदों को सुशोभित किया और विधायिका के कार्य में पारंगत हासिल की। बहिन जी का जाना मेरे लिए एक व्यक्तिगत क्षति है.