उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने चंपावत जिले की जनता से किया अपना वादा पूरा कर दिया है. सतपाल महाराज ने चंपावत के लोहाघाट में स्थित पौराणिक महत्व के शिव मंदिर ऋषेश्वर महादेव को शैव सर्किट से जोड़ दिया है. आपको बता दें कि जब सतपाल महाराज कुमाऊं के तूफानी दौरे पर गए थे तब चंपावत के स्थानीय लोगों ने उनसे ऋषेश्वर महादेव मंदिर को पर्यटन सर्किट से जोड़ने का आग्रह किया था. सतपाल महाराज ने उस वक्त भरोसा दिलाया था कि जल्द ही यह मांग पूरी कर दी जायेगी. पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने अपना वादा महीनेभर के भीतर ही निभाया और ऋषेश्वर महादेव मंदिर को शैव सर्किट से जोड़ दिया. अब चंपावत के लोग सतपाल महाराज को धन्यवाद दे रहे हैं और उनकी उन्नाति की कामना कर रहे हैं.
आपको बता दें कि लोहावती नदी के तट पर स्थित यह पैराणिक मंदिर कैलाश मानसरोवर यात्रा का महत्वपूर्ण पड़ाव रहा है, ऋषेश्वर महादेव मंदिर चंपावत के लोगों की आस्था का भी केंद्र है. पौराणिक महत्व के इस मंदिर में सालभर भागवत पुराण, शिव पुराण, श्रीकृष्ण लीला सहित कई धार्मिक आयोजन होते हैं और लाखों लोग यहां भगवान शिव के दर्शन करके आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. शिवरात्रि पर यहां बहुत बड़ा मेला लगता है. शिवालय के साथ-साथ प्राकृतिक सौन्दर्य से परिपूर्ण इस मंदिर से लोहाघाट का सुंदर नजारा भी दिखता है.घने देवदार के जंगल के बीच में स्थित ऋषेश्वर महादेव मंदिर समूह के बारे में मान्यता है कि यहां सतयुग में सप्त ऋषियों ने तपस्या कर भगवान शिव से आशीर्वाद प्राप्त किया था. इसलिए इसे ऋषेश्वर नाम से जाना जाता है